Edible Oils Price | खाद्य तेल की कीमतों में आने वाली है गिरावट, मदर डेयरी का धारा ब्रांड तेल 300 रुपये सस्ता हुआ
Edible : वैश्विक संकेतों के आधार पर मदर डेयरी ने धारा खाद्य तेलों के एमआरपी में 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है. दिल्ली-एनसीआर में एक प्रमुख दूध आपूर्तिकर्ता मदर डेयरी ने गुरुवार को कहा कि उसने धारा ब्रांड के तहत बेचे जाने वाले खाद्य तेलों के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) में 10 रुपये प्रति लीटर की कमी की है. अगले सप्ताह से बाजार में नई दरों के साथ स्टॉक उपलब्ध होगा. वहीं, अभी अन्य कंपनियों के भी तेल की कीमतें घटाने के संकेत हैं.
पिछले हफ्ते केंद्र ने खाद्य तेल उद्योग निकायों को निर्देश दिया कि वे तत्काल प्रभाव से प्रमुख खाद्य तेलों के एमआरपी को 8-12 रुपये प्रति लीटर कम करें. जिसके चलते मदर डेयरी ने धारा ब्रांड तेल की कीमत 10 रुपये घटाई है. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खाद्य तेल की कीमतों में लगातार गिरावट और सरसों जैसी घरेलू फसलों की बेहतर उपलब्धता को देखते हुए धारा खाद्य तेलों के सभी प्रकारों के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) में 10 रुपये प्रति लीटर की कमी की जा रही है. नए एमआरपी स्टॉक एक सप्ताह के भीतर बाजार में आने की उम्मीद है.
धारा ब्रांड के तेल की नई कीमतें
धारा रिफाइंड सोयाबीन तेल की नई दर 140 रुपये प्रति लीटर होगी, जबकि धारा रिफाइंड राइस ब्रान ऑयल एमआरपी को घटाकर 160 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है. धारा रिफाइंड वनस्पति तेल की नई एमआरपी अब 200 रुपये प्रति लीटर होगी. इसी तरह धारा कच्ची घानी सरसों का तेल 160 रुपये प्रति लीटर की एमआरपी पर उपलब्ध होगा. जबकि, धारा सरसों का तेल 158 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध होगा. धारा रिफाइंड सूरजमुखी तेल की एमआरपी अब 150 रुपये प्रति लीटर होगी. वहीं, धारा मूंगफली का तेल 230 रुपये प्रति लीटर की एमआरपी पर बेचा जाएगा.
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खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट की संभावना
खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने बीते 2 जून को सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) और इंडियन वेजिटेबल ऑयल प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IVPA) सहित प्रमुख उद्योग प्रतिनिधियों के साथ खाद्य तेलों की खुदरा कीमतों में और कमी करने को कहा था. क्योंकि, पिछले दो महीनों में विभिन्न खाद्य तेलों की वैश्विक कीमतों में 150-200 डॉलर प्रति टन की गिरावट आई है. जबकि, देश में सरसों प्रचुर मात्रा में उपब्धता है. ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में अन्य कंपनियों के खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है.
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भारत में आयात होता है कुल जरूरत का 50 फीसदी खाद्य तेल
खाद्य तेलों के एक प्रमुख आयातक भारत ने 2021-22 मार्केटिंग वर्ष (नवंबर-अक्टूबर) के दौरान 1.57 लाख करोड़ रुपये के खाना पकाने के तेल का आयात किया है. मलेशिया और इंडोनेशिया से ताड़ का तेल खरीदा जाता है. जबकि, सोयाबीन तेल का आयात अर्जेंटीना और ब्राजील से किया जा रहा है. बता दें कि भारत अपनी कुल खाद्य तेल जरूरतों का 50 फीसदी से ज्यादा आयात करता है.