CIBIL Score Rule: अब लोन के लिए चाहिए इतना स्कोर – RBI के 5 नए नियम लागू
CIBIL Score Rule : आज के समय में अगर आप बैंक या किसी भी वित्तीय संस्था से लोन लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपके CIBIL Score (क्रेडिट स्कोर) को देखा जाता है। यह स्कोर आपके वित्तीय व्यवहार का एक आईना होता है। RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) ने हाल ही में लोन और क्रेडिट स्कोर से जुड़े कुछ नए नियम लागू किए हैं, जिनके तहत अब लोन पाने के लिए जरूरी है कि आपका CIBIL Score तय मानकों के भीतर हो। CIBIL Score Rule 2025
आइए विस्तार से समझते हैं कि CIBIL Score क्या है, लोन के लिए कितने स्कोर की जरूरत है और RBI के 5 नए नियम क्या कहते हैं।
RBI ने CIBIL Score से जुड़े 5 नए नियम लागू किए हैं। अब लोन लेने के लिए जरूरी होगा तय स्कोर, साथ ही गलतियों पर 30 दिन में सुधार और मुफ्त क्रेडिट रिपोर्ट की सुविधा मिलेगी। RBI के नए नियम
CIBIL Score क्या होता है?
CIBIL Score को सरल भाषा में क्रेडिट स्कोर भी कहते हैं। यह स्कोर आपके पिछले वित्तीय व्यवहार के आधार पर तैयार होता है।
- यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है।
- जितना ज्यादा स्कोर होगा, लोन मिलने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी।
- 750+ का स्कोर आमतौर पर बहुत अच्छा माना जाता है।
- CIBIL Score को ट्रैक करने वाली संस्था TransUnion CIBIL है।
लोन के लिए कितने CIBIL Score की जरूरत है?
अगर आप किसी भी बैंक या NBFC से लोन लेना चाहते हैं, तो आपका CIBIL Score लोन की मंजूरी के लिए अहम भूमिका निभाता है।
- 750 से ऊपर – लोन आसानी से मंजूर होता है और कम ब्याज दर पर भी।
- 700 से 749 – लोन मंजूर हो सकता है, लेकिन शर्तें थोड़ी कड़ी हो सकती हैं।
- 650 से 699 – बैंक सावधानी से लोन देते हैं, ब्याज दर ज्यादा हो सकती है।
- 600 से नीचे – लोन रिजेक्ट होने की संभावना ज्यादा रहती है।
RBI के 5 नए नियम CIBIL Score और लोन से जुड़े
हाल ही में RBI ने उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। आइए जानते हैं—
1. CIBIL Score की मुफ्त जानकारी
CIBIL Score Rule : अब RBI ने निर्देश दिया है कि सभी क्रेडिट ब्यूरो (जैसे CIBIL, Experian, Equifax आदि) हर व्यक्ति को साल में कम से कम एक बार मुफ्त में उनका क्रेडिट स्कोर और रिपोर्ट दिखाएंगे। इससे लोग अपने स्कोर की निगरानी कर सकेंगे। CIBIL Score कितना होना चाहिए
2. गलत जानकारी पर सुधार का नियम
- अक्सर देखा गया है कि कई लोगों की रिपोर्ट में गलत एंट्री दर्ज होती है। अब RBI ने बैंकों और क्रेडिट ब्यूरो को आदेश दिया है कि—
- अगर किसी ग्राहक को अपनी रिपोर्ट में गलती मिलती है और वह सुधार के लिए आवेदन करता है,
- तो बैंक या वित्तीय संस्था को 30 दिन के भीतर सुधार करना अनिवार्य होगा।
3. स्कोर कम होने पर कारण बताना अनिवार्य
- अब अगर किसी ग्राहक का लोन कम CIBIL Score की वजह से रिजेक्ट होता है, तो बैंक को यह लिखित में बताना होगा कि रिजेक्शन का कारण क्या है। इससे पारदर्शिता बनी रहेगी और ग्राहक सुधार कर पाएगा।
4. CIBIL Score का रीयल-टाइम अपडेट
- पहले CIBIL Score अपडेट होने में 30-45 दिन लगते थे। अब RBI के नए नियम के मुताबिक—
- जैसे ही आप कोई EMI भरते हैं या क्रेडिट कार्ड का भुगतान करते हैं,
- उसका अपडेट जल्द से जल्द (रीयल-टाइम या 7 दिन के भीतर) आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में दिखना जरूरी है।
5. ग्राहक की सहमति अनिवार्य
- अब कोई भी बैंक या वित्तीय संस्था ग्राहक की अनुमति के बिना उसका CIBIL Score चेक नहीं कर सकेगी। इसके लिए ग्राहक की स्पष्ट सहमति लेना जरूरी होगा। इससे डेटा प्राइवेसी भी सुरक्षित रहेगी।
अच्छा CIBIL Score क्यों जरूरी है?
- लोन मंजूरी जल्दी मिलती है।
- कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध होता है।
- क्रेडिट कार्ड की लिमिट ज्यादा मिलती है।
- होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन में आसानी।
- भविष्य की फाइनेंशियल प्लानिंग में मदद।
CIBIL Score सुधारने के तरीके Loan Eligibility 2025
CIBIL Score Rule : अगर आपका स्कोर कम है तो घबराने की जरूरत नहीं है। थोड़ी सावधानी से आप इसे सुधार सकते हैं— क्रेडिट स्कोर सुधारने के तरीके
- समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड बिल चुकाएं।
- क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30-40% से ज्यादा इस्तेमाल न करें।
- पुराने लोन अकाउंट बंद न करें, क्योंकि इससे क्रेडिट हिस्ट्री मजबूत रहती है।
- किसी भी तरह का डिफॉल्ट (चेक बाउंस, EMI मिस) न करें।
- एक साथ कई लोन के लिए आवेदन न करें।
- RBI के नए नियम से क्या फायदा होगा? लोन रिजेक्शन के कारण
- ग्राहकों को पारदर्शिता मिलेगी।
- गलतियों को समय पर सुधारा जा सकेगा।
- डेटा प्राइवेसी सुरक्षित होगी।
- लोन प्रक्रिया तेज और आसान होगी।
- लोग अपने स्कोर को लेकर जागरूक होंगे।
निष्कर्ष
आज के समय में CIBIL Score आपके वित्तीय जीवन की पहचान है। अगर आपका स्कोर अच्छा है तो बैंक और NBFC आपको आसानी से लोन देंगे। RBI के नए नियमों से अब ग्राहकों के लिए लोन प्रक्रिया और भी पारदर्शी और सुरक्षित हो गई है। लोन रिजेक्शन के कारण